सामाजिक कार्यों में त्याग और समर्पण भाव जितना अधिक होगा, सफलता उतना ही सुखद अनुभव देगी ।

यहाँ जाने— भारतीय संविधान उद्देशिका शिलालेख का किस्सा

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सफलता उतना ही सुखद अनुभव देगी ।

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साँची द्वार लगाने हेतु तैयारी – 03-05 दिसंबर 2024

03-05 दिसंबर 2024 – डॉ. बाबा साहब अम्बेडकर जी की प्रतिमा स्थल पर लगाए जाने वाली साँची द्वार की प्रतिकृति हेतु बॉउंड्रीवाल को तोड़कर


अगले दिन पोल कॉन्क्रीट का काम किया गया ।


तथा 5 तारीख की आधी रात में द्वार को खड़ा किया गया। तथा द्वार की फिनिशिंग का कार्य किया गया। उक्त अवसर पर समिति के साथियो सहित निष्ठावान कार्यकर्ता मौजूद रहे।