सामाजिक कार्यों में त्याग और समर्पण भाव जितना अधिक होगा, सफलता उतना ही सुखद अनुभव देगी ।

यहाँ जाने— भारतीय संविधान उद्देशिका शिलालेख का किस्सा

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सफलता उतना ही सुखद अनुभव देगी ।

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”हत्या” शब्द हटाने की मांग, इंदौर सांसद को दिया ज्ञापन 15 जुलाई 2024

15 जुलाई 2024 – देश में लगे आपातकाल अवधि से प्रभावित लोगो को श्रद्धांजलि देने हेतु केंद्र सरकार द्वारा 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में घोषित किया गया है । संविधान हत्या दिवस से हत्या शब्द हटाने की मांग को लेकर डॉ. अम्बेडकर युग सेवा समिति द्वारा सांसद शंकर लालवानी जी को प्रधानमंत्री महोदय के नाम ज्ञापन सौंपा गया । सांसद महोदय से चर्चा करते हुए समिति के सदस्यों का कहना था की भारत का संविधान जीवित है और देश में सबके बीच मौजूद है । इसलिए तर्क व तकनीकी तौर पर संविधान हत्या दिवस में हत्या शब्द सही नहीं है । समिति आपातकाल का समर्थन नही करती अपितु संविधान के सम्मान व तर्क व तकनीकी तौर पर नाम रखने की मांग करती है ।

इंदौर संभागायुक्त कार्यालय पर भी प्रधानमंत्री महोदय और राष्ट्रपति महोदया के नाम डिप्टी कमिश्नर शैली कनास जी को ज्ञापन सौंपा गया ।