सामाजिक कार्यों में त्याग और समर्पण भाव जितना अधिक होगा, सफलता उतना ही सुखद अनुभव देगी ।

यहाँ जाने— भारतीय संविधान उद्देशिका शिलालेख का किस्सा

सामाजिक कार्यों में त्याग और समर्पण भाव जितना अधिक होगा, सफलता उतना ही सुखद अनुभव देगी ।

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“समाज में मेरी भूमिका” कार्यक्रम के दूसरे चरण की शुरूआत 26/11/2020

26 नवंबर 2020 – संविधान दिवस के अवसर पर – साक्षात्कार के माध्यम से इंदौर के सामाजिक कार्यकर्ताओ व उनके संघर्ष व सफलता की कहानी से सबको परिचित करने के उद्देश्य से “समाज में मेरी भूमिका” कार्यक्रम के दूसरे चरण की शुरूआत की गई ।