सामाजिक कार्यों में त्याग और समर्पण भाव जितना अधिक होगा, सफलता उतना ही सुखद अनुभव देगी ।

यहाँ जाने— भारतीय संविधान उद्देशिका शिलालेख का किस्सा

सामाजिक कार्यों में त्याग और समर्पण भाव जितना अधिक होगा, सफलता उतना ही सुखद अनुभव देगी ।

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मासिक अभियान “अनुसरण” प्रारम्भ – 14/9/2022

14 सितम्बर 2022 – अध्ययन के माध्यम से डॉ. बाबा साहब अम्बेडकर की विचारधारा और संघर्षो तथा देश के प्रति उनके योगदान के प्रति लोगो में जागृति लाने के उद्देश्य से डॉ. अम्बेडकर युवा समिति ने मंगलवार को गीता भवन स्थित डॉ. अम्बेडकर प्रतिमा स्थल से मासिक अभियान “अनुसरण” की शुरुआत की । इस अभियान के तहत प्रत्येक माह की 14 तारीख को समिति प्रतिमा स्थल पर ध्वज वंदन, भीम स्तुति व राष्ट्रगान भी करेंगी । बाबा साहब को नमन करने के साथ-साथ उनकी समता, स्वतंत्रता, न्याय, बंधुता और देशप्रेम की विचारधारा का वास्तविक अर्थो में अनुसरण करना अधिक आवश्यक है । बाबा साहब की विचारधारा और संघर्षो में तथागत बुद्ध, संत कबीर, महात्मा ज्योतिबा फुले सहित कई मानवतावादी संतो व महापुरुषों की विचारधारा और कर्मो का संगम मिलता है । अनुसरण अभियान के माध्यम से अध्ययन सहित अलग – अलग तरीको से भी लोगो तक बाबा साहब की विचारधारा और संघर्षो को पहुँचाने का कार्य करेंगी ।